उत्तर दीजिए

उत्तर दीजिए 

प्रश्न संख्या एक - ISS इन्टरनेशनल स्पेस स्टेशन से अगर किसी अंतरिक्ष यात्री का जूता गिरा दिया जाए तो क्या होगा? 

A-जूता सीधा धरती की तरफ आएगा, वातावरण मे पहुँचते ही जल कर राख हो जाएगा
B- जूता स्पेस स्टेशन से गिरते ही, स्पेस स्टेशन के साथ साथ धरती का चक्कर लगाएगा, फिर धीरे धीरे उसकी कक्षा लोवर होती जाएगी, फिर वातावरण मे आने पर जल कर राख हो जाएगा!! 

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प्रश्न संख्या दो - स्पेस (अंतरिक्ष) का मतलब क्या है? 

A- वहाँ धरती का ग्रेविटेशम शून्य होना 
B- वहाँ वातावरण गैस एयर का ना होना 
C- दोनो

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प्रश्न संख्या तीन - स्पेस स्टेशन मे अंतरिक्ष यात्री हवा मे तैरते हुवे दिखाई देते हैं!! क्यों?? 

A- वहाँ धरती का ग्रेविटेशम शून्य होता है 
B- वहाँ ग्रेविटेशम तो होता है लेकिन यान के भीतर वह शून्य होता है, क्यों की यान धरती की परिक्रमा कर रहा है, सेंट्रिपिटल / सेंट्रिफ्युगल फोर्स के कारण ग्रेविटेशम यान के भीतर न्त्यूट्रल हो जाता है!!

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प्रश्न संख्या चार - अभी तीन साल पहले सबसे ऊँची छलांग का रिकार्ड एक अंतरिक्ष यात्री ने बनाया! उसने छलांग कहाँ से लगाई? 

A - धरती के वातावरण से ही 
B - वतावरंण से बाहर अंतरिक्ष से 

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प्रश्न संख्या पांच - अगर धरती का चक्कर लगा रहे सैटेलाइट को किसी ब्रेक के माध्यम से रोक दिया जाए हालाँकि यह संभव ही नही, क्यों वहाँ एयर का घर्षण नही है, तो ऐसा कोई ब्रेक बनाना संभव ही नही!! फिर भी कल्पना कीजिए, शक्तिमान उड़ कर गया सैटेलाइट को पकड़ कर रोक दिया, फिर छोड़ दिया!! क्या होगा? 

A- वहाँ ग्रेविटेशम जीरो है वह सैटेलाइट वही रुका रहेगा, न आगे जाएगा न पीछे, न नीचे न उपर 
B- जैसे ही शक्तिमान उसे हाथ से छोड़ेगा, वह सैटेलाइट सीधा वर्टिकल धरती की तरफ मूव करके वातावरंण मे आकर जल जाएगा!!

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प्रश्न संख्या छे - धरती अपनी धुरी पर घूमने के साथ साथ सूर्य देव का भी चक्कर लगा रही है! धरती के साथ साथ अन्य आठ ग्रह भी सूर्यदेव का चक्कर लगा रहे है!! चंद्रमा धरती का चक्कर लगा रहा है!! धरती से भेजे गए सैटेलाइट भी धरती का चक्कर लगा रहे हैं! 
प्रश्न सैटेलाइट के पास सौर ऊर्जा , सोलर पैनल से एनर्जी मिलती है, उसी एनर्जी से वो गतिमान है, उपरी कक्षा मे जाने के लिए वो अपनी स्पीड बढ़ाते है, निचली कक्षा मे आने के लिए ऊर्जा प्रवाह रोक देते है, निचली कक्षा मे आ जाते है!! खैर हमारा प्रश्न है 

धरती सूर्य के गुरुत्वाकर्षण के कारण धीरे धीरे सूर्य की निचली कक्षा मे क्यों नही जाती!! धरती को ऊर्जा कहाँ से मिलती है अपनी कक्षा स्थापित रखने के लिए? 
यही प्रश्न चंद्रमा पर लागू होता, चंद्रमा धीरे धीरे अपनी कक्षा कम करके धरती से टकराता क्यों नही, उसको ऊर्जा कहाँ से मिलती है, की अपनी कक्षा स्थापित रखता है?

उत्तर - डार्क मैटर( गुप्त ऊर्जा) , ब्रम्हांडीय चेतना, धरती का कलेक्टिव कंसियस्नेस ( चेतना) , इसी प्रश्न से विज्ञान का काम खतम हो जाता है और आध्यात्म का मार्ग शुरू होता है! यही पर विज्ञान की पावर खतम हो जाती है, यही आध्यात्मिक शुरवात होती है!!

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